“फादर्स डे” ( fathers day ) एक पर्व जैसा है जो पिताओं के सम्मान के लिए मनाया जाता है | इसे अपने पूर्वजों की स्मृति मे मनाया जाता है | किसी व्यक्ति के जीवन मे उसके माता -पिता का क्या महत्व है ये अाप खुद ही जानते होंगे पर उनके बारे मे बयां करना मुश्किल है | कहते हैं जब बच्चे को तकलीफ होती है तो मां को बहुत दर्द होता है और उसका दर्द उसके चेहरे पर साफ छलकने लगता है, पर पिता को भी उतना ही तकलीफ होती है बस वह अपना दर्द झलकने नही देता है | बस वह अपने बच्चे को कैसे उस परेशानी से निकाले इसके लिए सोचता है और उसका हल निकालता है |

अाजकल फेसबुक, व्हाटसएप पर अाये दिन फादर्स डे ( fathers day ) के पोस्ट डलते रहते है जिससे हम समय समय पर अवगत होते रहते है | क्यूंकि यह फादर्स डे साल मे किसी एक ही दिन नही मनाया जाता है बल्कि अलग- अलग देशो मे अलग -अलग दिन को मनाया जाता है | कहा जाता है कि फादर्स डे की शुरुवात बीसवीं शताब्दी से हुई थी और कुछ का कहना है कि सबसे पहले पश्चिम वर्जीनिया के फेयरमोंट मे 5 जुलाई 1908 को मनाया गया था | लेकिन सबसे फेमस स्टोरी सोनोरा स्मार्ट डोड की है जो वाशिंगटन के स्पोकेन मे रहती थी |

कहानी के अनुसार माना जाता है कि सोनोरा और उसके भाई -बहनों को उनके पिता ने अकेले पाला था | उनके पिता का नाम विलियम स्मार्ट था | सन् 1909 मे सोनोरा मदर्स डे के एक कार्यक्रम मे पहुंची, जहां पर मां के बारे मे बोला जा रहा था तभी एकाएक उनके दिमाग मे फादर्स डे को भी मनाने की बात सूझी | तभी उन्होंने इस विचार को स्पोकेन के वायएमसीए के पास ले गई और समर्थन मिलने के बाद 1910 को पहला फादर्स डे मनाया गया |
सोनोरा चाहती थी कि फादर्स डे को उनके पिता के जन्मदिन की याद मे 5 जून को मनाया जाए, पर इसकी तैयारी मे कुछ और वक्त लग जाने के कारण इसकी तारीख 19 जून रखा गया |
इस तरह से यह फादर्स डे 19 जून 1910 से हर साल मनाया जाने लगा |
You must log in to post a comment.