जहाँ एक ओर पासपोर्ट ( passport ) बनवाने के लिए दुनिया भर के चक्कर लगाने पड़ते थे और अपने घर से दूर दुसरे ज़िले में जाकर पासपोर्ट सेवा केंद्र से संपर्क करना पड़ता था , वह समस्या अब दूर हो गयी है। अब कोई भी जिसे पासपोर्ट बनवाना है या उससे सम्बंधित जानकारी लेनी है , वह अपने ही जिले के मुख्य डाकघर से संपर्क कर सकता है ।

विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह के अनुसार अब पासपोर्ट ( passport ) सेवा केंद्र की सेवाएं भी डाकघरों से मुहैया कराई जा सकती हैं । इस कार्य का उद्घाटन सबसे पहले कर्नाटक के मैसूर के मुख्य डाकघर से और गुजरात में दाहोद के मुख्य डाकघर से किया गया|

पूरे देशभर में कुल 89 पासपोर्ट सेवा केंद्र हैं। फिलहाल मैसूर और दाहोद में किया गया यह प्रायोगिक परियोजना अगर सफल होती है तो जल्द ही इसे भारत के दूसरे मुख्य डाकघरों ( post office ) में भी लागू करेंगे।
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