डायबिटीज़ जैसी बीमारी में लोगों को चावल खाने से मना कर दिया जाता है, लेकिन एक ऐसा खास चावल है, जिसके खाने से डायबिटीज़ और कैंसर के खतरे होंगे कम | इस चावल को purple rice का नाम दिया गया है | तो आइये जानते है यह कैसे दूसरे rice से है अलग |
purple rice की उत्पत्ति :-
जेनेटिक इंजनीयरिंग का उपयोग करते हुए बीजिंग में चीन के वैज्ञानिको ने इस तरह के खास चावल को तैयार किया है | दक्षिण चीन कृषि विश्वविद्यालय के याओ-गुआंग लियू के अनुसार- “यह पौधों में इंजीनियरिंग के इस तरह के एक जटिल मेटाबोलिक मार्ग का पहला प्रदर्शन है” | ऐसा माना जा रहा है कि भविष्य में, कई अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों और औषधीय तत्वों के उत्पादन के लिए, प्लांट बायोरिएक्टर विकसित करने के लिए इस ट्रांसजेन स्टैकिंग वेक्टर सिस्टम का इस्तेमाल किया जा सकता है।
purple rice में उपस्थित पोषक तत्व:-
इस प्रकार के rice में प्रचुर मात्रा में पौष्टिक तत्व बीटा-कैरोटीन और फोलेट पाए जाते हैं | इसमें एंथोसायनिन नहीं पाया जाता है | वैसे देखा जाये तो ये सभी तत्व प्राकृतिक रूप से बने लाल और काले चावल में भी पाए जाते हैं | अक्सर हम लोगो को सफेद चावल खरीदते हुए देखते हैं क्यूंकि वे दिखने में सुन्दर होते हैं | आपको ये बात जानकर थोड़ा अजीब लगेगा कि सफेद चावल खाने का कोई फायदा नहीं है | बेशक सफेद चावल देखने में सुन्दर लगते है, पर उन पर पोलिश चढ़ी होती है जो आवश्यक पोषक तत्वों को कम कर देती है |
बैगनी चावल में एंटीऑक्सीडेंट बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है | चूंकि यह ह्रदय रोग जैसी कई बीमारियों को दूर रखता है, इसलिए अब इस चावल की सुरक्षा का ख्याल रखा जा रहा है | चाइनीज़ वैज्ञानिकों का यह अनुसंधान और भी कई बीमारियों को दूर करने में मदद करेगा |
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