जब कोई बच्चा पढ़ते समय अपने टीचर से कोई अटपटा सवाल पूछे तो टीचर उसे डांट कर चुप तो करा देते है लेकिन उस बच्चे की दिमाग में क्या चल रहा होता है ये जानने की कोशिश नही करते। शायद वो उस बच्चे के दिमाग को नही पढ़ पाते है। ऐसा ही कुछ हुआ था थॉमस ऐल्वा एडीसन के साथ जिनको लोग बचपन से ही बेवकूफ समझते थे क्योंकि जब वो किसी चीज को देखते थे तो उनका दिमाग उस चीज के बारे में कुछ ज्यादा ही सोचने लगता था।
एडिशन का जन्म अमेरिका के मिलन प्रान्त के ऑहियो गांव में हुआ था। जब वो स्कूल में पढाई करने जाते थे तो स्कूल की पढाई में उनका दिमाग काफी भर्मित हुआ करता था। इसका कारन था की उनके दिमाग में काफी सारे नए नए प्रश्न आते रहते थे और जब वैसे प्रश्न को वो टीचर से पूछते थे तो उन्हें उत्तर बताने के बदले डांट मिलती थी। यहाँ तक की टीचर उन्हें “व्याकुल” कह कर पुकारते थे। एक बार तो उन्होंने हद कर दी थी उन्होंने अपनी नोकरानी को काफी सारे कीड़े खिला दिए थे सिर्फ इसलिए की उन्हें लगा की पक्षी कीड़े खाते है इसलिए हवा में उड़ पाते है ऐसा सोच के उन्होंने अपनी नोकरानी को काफी सारे कीड़े इकठा कर खिला दिए इसके लिए उन्हें स्कूल से भी निष्काषित कर दिया गया।
इसके बाद वो अपने घर पे ही अपनी माँ नैंसी मैथ्यू इलियट से पढाई करने लगे। आप उनसे कितनी बड़ी सीख ले सकते शायद आपको नही मालूम जरा सोचिये जिस आदमी ने अपने अविष्कार से पूरी दुनिया को रोशन किया उसे लोग बचपन में नासमझ कहते थे। उन्होंने अपने टैलेंट की बदौलत पूरी दुनिया में नाम कमाया। उन्होंने अमेरिका में 14 कंपनी अपनी बदौलत खड़ी की। पूरी दुनिया में अपनी आविष्कार और एक अच्छे बिज़नेस मैन के लिए मशहूर हुए।
अपने कई तरह के आविष्कार से उन्होंने पूरी दुनिया को रोशन किया और एक नई क्रांति लाई इसके लिए उन्हें “मेन्लो पार्क के जादूगर” के नाम से भी जाना जाता है।
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