अक्सर कई बार हम देखते है कि कुछ दवाई के ऐसे भी पत्ते होते हैं जिनमे महज 1 या 2 या फिर 3- 5 गोली होती है ।कई बार तो empty space भी बने होते पर उसमे गोलियां नहीं होती है । अधिकांशतह तो 10-12 होती ही है । फिलहाल तो इसके कई कारण हैं जैसे कि –
केमिकल रिएक्शन से बचने के लिए –
पत्तो में खाली स्पेस टेबलेट्स के साथ जुड़े होते हैं.जो दवाइयो को आपस में नहीं मिलने देते और केमिकल रिएक्शन होने से बच जाता है।
दवाई की पूरी जानकारी देने के लिए –
कुछ दवाई पत्तो में 1-2 गोली होने का कारण उनकी पूरी detail बताना भी हो सकता है जैसे कि तारीख, कम्पाउंड्स, एक्सपायरी डेट,मैन्युफैक्चरिंग डेट आदि छापने के लिए ।
दवाईयों को ख़राब होने से बचाने हेतु –
कई बार दवाईयों को लाने, ले जाने पड़ते है जिससे रखने, उठाने में भी उनके डैमेज होने का खतरा बना रहता है जिसे यह एम्प्टी स्पेस सेफ बनाए रखता है ।
सीमित डोज़ लेने के लिए –
कभी कभी डॉक्टर्स पेशेंट को हफ्ते में एक बार ,15 दिन में 2 बार ,या महीने में 1 बार दवाई खाने के लिए लिखता है, ऐसे में पूरे 10 -12 गोली के पत्ते को खरीदना पैसे व्यर्थ करने के सामान होता है , और अगर पत्ते को काट कर दवाई दे जाती है तो दवाई ख़राब होने का नुकसान बन रहता है । इन सब बातों को ध्यान में रखकर ऐसे भी दवाई के पत्ते बनाए जाते हैं । और इससे आपको भी ध्यान रहता है डोज़ का ।
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