आज हमारा देश उन महाशक्तियों के बीच में खड़ा है जिसकी हम कल्पना भी नही कर सकते क्यों की महासक्ति बनने के लिए उस दिशा में काम करने की जरुरत होती हैं और यही हमारे डिफेंस रिसर्च ऑफ़ डेवलोपमेन्ट ऑर्गेनिसेशन (DRDO) के साइंटिस्टो की नीति रही है क्योंकि उनकी मेहनत के बिना हमारा देश जिस मक़ाम की ओर जा रहा हैं, नही जा पाता।
याद कीजिए वो 2011 का साल जब अमेरिका ने पाकिस्तान पर ड्रोन अटेक किया था तब सभी ये जानने के लिए उत्सुक थे की ये ड्रोन क्या चीज हैं !
लेकिन आज पांच साल बाद हमारे भारतीय रिसर्च कंपनी (DRDO) ने कमाल कर दिया एक भारत का स्वदेशी ड्रोन डेवेलोप कर के इसका ट्रायल कल बंगलोर में किया गया और सफल रहा एजेंसी की माने तो इसमें कुछ और फीचर्स डाले जायेंगे आइये जानते हैं कि क्या खासियत ही इस स्वदेशी एयरक्राफ्ट में !
1. भारतीय मानव रहित विमान ड्रोन ‘रुस्तम-2’ का डिजाइन और विकास डीआरडीओ की बेंगलुरु की प्रयोगशाला एयरोनॉटिकल डिवलपमेंट एस्टैब्लिशमेंट और एचएएल-बीईएल ने मिलकर किया है।
2. ये अपने लक्ष्य पर सटीक मार करने में भी सक्षम है|
3. इस मानव रहित विमान ड्रोन ‘रुस्तम-2’ की रेंज करीब 250 किलोमीटर है|
4. इसे DRDO ने विकसित किया है !
5. भारतीय मानव रहित विमान ड्रोन ‘रुस्तम-2’ 30 हजार फीट पर आसानी से उड़ान भर सकता है !
6. इसका वजन करीब 2 टन बताया जा रहा है और इसके डैने लगभग 21 मीटर लंबे हैं !
7. ये ‘रुस्तम-2’ 500 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान तो भरेगा ही, साथ ही दुश्मन की नजर से भी बचने की क्षमता रखता हैं।
8.ये ‘रुस्तम-2’ दिन के साथ-साथ रात में अपना काम कर सकता है।
9.ये पूरी तरह मेरीटाइम पेट्रोल राडार और टक्कर रोधी प्रणाली से युक्त है |
10. ये एक बार में 24 घण्टे तक आसमान में उड़ सकता है।
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