Kulbhushan Jadhav से मिलने के लिए उनका परिवार पहुंचा | वहाँ पर उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया गया | पाकिस्तान के इस रवैये पर भारत ने कड़ा ऐतराज़ जताया है | वहाँ का माहौल उनके परिवार को डराने वाला जैसा था | जाधव करीबन दो साल से पाकिस्तान की जेल में कैद है | आइये जानते हैं पूरा माजरा-
कौन है कुलभूषण जाधव और क्यों गए जेल ?
कुलभूषण जाधव एक भारतीय नागरिक और पूर्व नौसेना अधिकारी हैं। 29 मार्च 2016 को पाकिस्तान ने इन्हें बलूचिस्तान से गिरफ़्तार किया था | भारत का मानना है कि उनका अपहरण ईरान से किया गया है | Kulbhushan Jadhav का ईरान में अपना खुद का व्यापार था। पाकिस्तान दावा करता है कि कुलभूषण बलूचिस्तान में विध्वंसक गतिविधियों में शामिल था | उसे भारत की ख़ुफ़िया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) का कर्मचारी बताया है। इसके कारण जासूसी का आरोप लगते हुए 10 अप्रैल 2017 को पाक फ़ौज की अदालत में मौत की सज़ा सुनाई गयी थी |
इस बात का पता चलते ही भारत ने अंतराष्ट्रीय न्यायालय से जाधव के लिए गुहार लगाई | जिसके चलते 10 मई 2017 को फांसी की सज़ा पर रोक लगा दी गयी |
इस बात का पता चलते ही भारत ने अंतराष्ट्रीय न्यायालय से जाधव के लिए गुहार लगाई | जिसके चलते 10 मई 2017 को फांसी की सज़ा पर रोक लगा दी गयी |
Source:- Indiatoday
जाधव से मुलाकात के पहले उनकी मां और पत्नी के साथ हुआ आपत्तिजनक व्यवहार:-
दोनों देशों भारत और पकिस्तान ने जाधव से उनकी मां और पत्नी की मिलने के लिए मंजूरी दे दी थी | विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने साफ-साफ कहा कि इस मुलाकात की अर्जी स्वयं भारत ने की थी | पर पाकिस्तान द्वारा किये गए सुलूक पर भारत ने कड़ा ऐतराज़ जताया है|
Source:- Dawn
भारत ने पाकिस्तान से मीडिया को दूर रखने की भी बात कही थी | जाधव से मिलने जाने के पहले उनकी पत्नी चेतना से मंगलसूत्र और जूते उतरवा लिए | उनकी माँ से कंगन उतरवा लिए गए | और ये सामान अभी तक वापस नहीं हुए हैं | यह भारतीय संस्कृति के साथ खिलवाड़ था| बताया जा रहा है कि उनके कपड़े तक भी बदलवा दिए गए थे |
पाकिस्तान ने दिया यह बयान :-
पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता फ़ैसल मोहम्मद ने सफाई में यह कहा कि जूतों को वापस न करने का कारण संदिग्ध सामान की शंका है | अभी जाधव की पत्नी के जूतों की जांच चल रही है|
Source:- Tribune
भारत सरकार को हुआ खेद:-
मीडिया को दूर न रखने, मंगलसूत्र, जूतियां ,कंगन और बिंदी उतरवा लेने, मराठी में बात न करने देने आदि को लेकर भारत सरकार को बहुत बुरा लगा है | यहाँ तक कि साथ में गए भारत के डिप्टी हाई कमिश्नर को जाधव की फैमिली से अलग कर दिया गया था । मुलाकात के समय उनसे दूर रखा गया था | भारत सरकार ने kulbhushan jadhav के परिवार के हौसले और दृढ़ता को बढ़ावा दिया | मुलाकात के दौरान हुई बातचीत से यह निष्कर्ष निकाला गया कि जाधव बहुत तनाव में थे | ऐसा लग रहा था कि वह ज़ोर-जबरदस्ती में आकर बोल रहे थे |
Source:- Ndtv
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