कहते है कि पढ़ाई की भी कोई उम्र नही होती, इस बात को 68 साल के दुर्गा कमी ने प्रूफ कर दिखाया | दुर्गा कमी नेपाल मे काठमांडू से 250 किलोमीटर दूर स्यंगजा के रहने वाले निवासी हैं और उनकी उम्र भी ज्यादा हो गयी है , दाढ़ी पक गयी है, पर उनका जोश कम नही हुअा है | बचपन मे छोड़ी हुई पढ़ाई को अब वो इस उम्र मे पूरी करना चाहते हैं |

दुर्गा कमी की सबसे अाश्चर्य बात यह है कि वह रोज सुबह – सुबह स्कूल यूनिफार्म पहनकर ,छड़ी के सहारे लगभग 1 किलोमीटर चलकर स्कूल जाते हैं और छोटे बच्चों के साथ बैठकर पढ़ाई करते हैं |
उनका बचपन से एक सपना था कि वो टीचर बनेंगे, लेकिन अार्थिक स्थिति खराब होने के कारण उन्हें अपनी पढ़ाई बीच मे ही छोड़नी पड़ी | उनका अपना हरा – भरा परिवार होन के बावजूद भी उनके साथ कोई नही रहता है | पत्नी की मौत होन के बाद अकेलेपन के कारण उनको पढ़ाई करने की सूझी | और फिर उन्होंने श्री काला भैरव हायर सेकेंडरी स्कूल मे 10 वीं क्लास मे एडमिशन लिया |

दुर्गा कमी का कहना कि वो अपने दुखों को भुलाने के लिए स्कूल जाते हैं और अपने अंतिम जीवन काल तक पढ़ाई करना चाहते हैं | उनका कहना है कि मै इस तरह से लोगो को पढ़ाई के लिए मोटीवेट करना चाहता हू |
दुर्गा कमी को किताबें, स्कूल बैग और यूनिफार्म सब कुछ स्कूल की तरफ से फ्री मिला है | सच मे उनका ये साहस देखने लायक है | स्कूल टीचर्स भी अपने अाप को अाभारी मानते हैं |

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