Ransomware एक प्रकार का वायरस है जो दुनियाभर के कई देशों को अपने चपेट में ले लिया है | यह virus इतना खतरनाक है कि रूस , यूक्रेन जैसे देशों में बहुत बुरी तरह से साइबर अटैक करके रखा है| और अब इसका भारत पर भी खतरा मँडराता हुआ नजर आ रहा है | कहा जा रहा है कि भारत पर भी इसका अटैक हुआ है पर गुलशन राय, जो भारत के साइबर सुरक्षा एजेंसी के प्रमुख ( head ) हैं , ने अभी इस बात से इंकार कर दिया है |

रैनसमवेयर का यूक्रेन पर बुरा असर :-
पिछले साल ऐसा ही एक वायरस ‘पेटवा’ के नाम से आया था पर यह रैनसमवेयर इससे भी ज्यादा खतरनाक है | आईटी विशेषज्ञों के अनुसार यह एक प्रकार का ‘गोल्डन-आई’ है | यूक्रेन में जहां एक ओर इलेक्ट्रॉनिक चीजें ख़राब हो रहीं हैं वहीं दूसरी ओर सेंट्रल बैंक , विमान निर्माता कंपनी एंटोनोव और डाक सेवाएं भी इसके खतरे का शिकार हुई हैं | बैंक के कंप्यूटर सिस्टम में बड़ी गड़बड़ी पायी गयी है | इसकी राजधानी कीव की मेट्रो में कार्ड एक्सेप्ट नहीं हो रहे हैं | साथ ही साथ पेट्रोल पम्प भी सही तरीके से काम नहीं क्र रहे हैं|
फ्रांस पर भी भारी पड़ा :-
एक यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर ऐलन वुडवर्ड के अनुसार यह Ransomware 2016 की शुरुआती में आया था | जबकि इसका पहला प्रभाव अमेरिका में 2005 में पाया गया | यह वायरस न केवल फाइल को एन्क्रिप्ट कर देती है बल्कि ऑपरेटिंग सिस्टम के किसी एक हिस्से पर अटैक करके एक मास्टर फाइल टेबल (MFT) बनता है | जो किसी प्रकार का अड़चन देखकर सारी फाइल को लॉक कर देता है | ट्वीटर पर यूक्रेन के उप-प्रधानमंत्री ने लिखा- ” कैबिनेट मंत्री के सचिवालय में नेटवर्क डाउन है | “

सिस्टम की फाइल्स को अनलॉक करने के लिए हैकर्स ने 300 डॉलर बिटकॉइन की मांग की है | आपको बता दे कि एक बिटकॉइन की कीमत लगभग 1710 डॉलर है |
कैसे काम करता है यह रैनसमवेयर:-
यह virus एक-एक फाइल को लॉक या एन्क्रिप्ट न करके डायरेक्ट एक ही बार में हार्डडिस्क पर अटैक करके उसको लॉक केर देता है | और बिना किसी माध्यम के ही एक मशीन से दूसरे मशीन तक पहुँच जाता है | यह वायरस ईमेल द्वारा फैलता है |

बचने के तरीके :-
कंप्यूटर में एंटीवायरस डालें |
unknown source से आये mail को ओपन न करें |
अज्ञात ई-मेल में आये अटैच्ड फाइल या लिंक को ओपन न करें |
अपना पासवर्ड स्ट्रांग रखें |
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